कुमारी शैलजा बोलीं- राहुल गांधी ने हरियाणा में माहौल बदला; कांग्रेस को प्रचंड बहुमत, 60 से ज्यादा सीटें आ रहीं, CM पद की दावेदार
Kumari Selja Says Rahul Gandhi Yatra Changed Perception In Haryana Chunav
Haryana Chunav Result 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 का रिजल्ट कल 8 अक्टूबर को जारी हो रहा है। लेकिन इससे पहले हरियाणा की सियासत में सरगर्मी तेज हो गई है। एग्जिट पोल में अपनी सरकार बनते देख जहां कांग्रेस का कोन्फ़िडेंस बढ़ा हुआ है तो वहीं बीजेपी ने एग्जिट पोल को नकार दिया है और फुल कोन्फ़िडेंस के साथ यह कहा है कि, सरकार तो उसकी ही बनेगी। फिलहाल, चुनाव के फ़ाइनल रिजल्ट में क्या होगा? यह तो आने वाले समय में ही साफ हो पाएगा।
बहराल हार-जीत को लेकर नेताओं के बयान लगातार सामने आ रहे हैं। इस बीच कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने हरियाणा में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिलने की बात कही है। शैलजा को विश्वास है कि, हरियाणा में कांग्रेस इस बार 60 से ज्यादा सीटें लाने जा रही है। शैलजा ने कहा कि, 10 साल के बीजेपी के शासन से लोग नाराज थे। दूसरी ओर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पूरे हरियाणा में एक माहौल बना और बदला। जिससे आज हर एक वर्ग कांग्रेस पर विश्वास कर रहा है।
कुमारी शैलजा ने कहा कि, राहुल गांधी ने जो बातें कहीं हैं, जो वादे किए हैं। इसमें जो गरीब तबका है, दलित वर्ग है और अन्य दूसरे जो भी वर्ग हैं। वो सभी कांग्रेस से जुड़ रहे हैं। पहले हमसे ये वर्ग दूर हो गए थे। लेकिन अब हम जब जमीन पर काम कर रहे हैं तो फिर से इन सबका विश्वास कांग्रेस में बढ़ा है। लोगों को कांग्रेस से उम्मीदें हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस की सरकार हरियाणा में प्रचंड बहुमत से बनेगी। कांग्रेस की सरकार हरियाणा के हित में होगी।
हरियाणा का अगला CM कौन होगा?
अगर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आती है तो प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा? इस सवाल पर कुमारी शैलजा ने अपनी दावेदारी तो पूरी दिखाई मगर सारी बात कांग्रेस हाईकमान पर छोड़ दी। कुमारी शैलजा का कहना है कि, हरियाणा में सीएम कौन होगा। इसका फैसला कांग्रेस हाईकमान को करना है। बता दें कि, कुमारी शैलजा इससे पहले कह चुकी हैं कि वह कांग्रेस की सरकार में हरियाणा सीएम के लिए प्रमुख दावेदार हैं और उनके अनुभव और राजनीति में उनकी वरिष्ठता को कांग्रेस हाईकमान नजर अंदाज नहीं करेगा। वह पार्टी की पुरानी नेता भी हैं।
2019 में किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत
2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।
लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। फिलहाल, इस बार यह देखना होगा कि, हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है।
लोकसभा चुनाव में BJP को लगा था झटका
ज्ञात रहे कि, इसी साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। हरियाणा की 5 ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी। लोकसभा चुनाव के इस रिजल्ट को देखते हुए यह माना जाने लगा था कि, हरियाणा में कांग्रेस का ग्राफ बढ़ना शुरू हो गया है और बीजेपी की नैया गोते खाने लगी है।